सबसे ताकतवर मां काली का सुरक्षा घेरा मंत्र | माँ काली को बुलाने का मंत्र | Kali Mantra

सबसे ताकतवर मां काली का सुरक्षा घेरा मंत्र : काली उस देवी का नाम है जो विनाश से जुड़ी है। काली एक देवी हैं जो मृत्यु, समय और परिवर्तन से जुड़ी हैं और वह दस महाविद्याओं में से एक है। विशेष रूप से बंगाल, ओडिशा और असम में उनकी पूजा की जाती है।

माँ काली बुराई को नष्ट करनेवाली विनाश की शक्ति का प्रतिनिधित्व करती हैं। काली को देवी दुर्गा के दस रूपों में से एक माना जाता है। मां काली का सुरक्षा घेरा मंत्र तंत्र शास्त्र में माँ काली का उच्चतम स्थान बताया गया है, इसलिए माँ काली के कई सारे मंत्र हमें देखने को मिलते है। 

हम जब भी कोई तंत्र साधना करते है उस समय घर, निर्जन जगह, जंगल, समशान घाट ऐसे अनेको स्थान में साधना करने के लिए हमारी सुरक्षा हेतु चारोवर सुरक्षा घेरा करना पडता है। इसलिए हमने आपके लिए कुछ विश्वसनीय ताकतवर मां काली के सुरक्षा घेरा मंत्र इस आर्टिकल में दिए है। 

सबसे ताकतवर मां काली का सुरक्षा घेरा मंत्र - Hindi 

ॐ नमो काली कंकाली। धरती-माता, आकाश ॥
पिता, रक्षा करें परमेश्वरी। कालका दुहाई-महा-देव की ॥
शब्द सांचा पिण्ड कांचा। पूरे मन्त्र-ईश्वरो वाचा ॥

इस मन्त्र का ग्रहण काल में विधि-विधान से अनगिनत जप करने से यह मंत्र सिद्ध होगा, फिर इस मन्त्र को जपते हुए अपने चारों ओर घेरा खींचने से सुरक्षा होती है।

ॐ काली काली महाकाली मंत्र

ॐ काली काली महा-काली, ज्यावे सीपी,
वलके डाहोली दोनों हात से बजावे टाली,
बाँएँ याट जा बसे,
काल भैरव उसका काट काट कौन रखा कनकाला तोहू,
म्हसासूर येऊ का उज्याला कर आला मछिन्द्र का सोटा,
काल-भैरव का पाँव तुटा, दूरा लाजी लूखा,
किया हाला सती सके का बाँधु,
काल राखे गोरखनाथ सिंहनाथ फूरे अडबंगी बोले फूरो मंत्र ईश्वरी वाचा.

इस मन्त्र का ग्रहण काल में, जप कर सिद्ध करें। फिर आवश्यकता के समय 21 बार जपकर ताली बजाने से या रक्षा घेरा बनाने से सुरक्षा प्राप्त होती है। 

माँ काली को बुलाने का मंत्र 

यह साधना अत्यंत दुर्लभ है तथा जो साधक माँ काली को बुलाना चाहते है, उनके लिए यह साधना कर सकते है। 
लेकिन ध्यान रहे यह साधना उग्र स्वरुप की है, इस साधना को किसी उच्च कोटिके गुरु के माध्यम से ही किया जाये तो उत्तम होता है।

ॐ काली काली महाकाली
इन्द्र की बेटी ब्रह्मा की साली,
हरी-गोट पीरी-सारी मायके को बाँध,
सासरे को बाँध औघट क गैल को बाँध,
बार-बार में से सोत-सोत में से बत्तीसउ दाँत,
में से ऐंच-ौंच के नल्याबे तो फेर महाकाली- न कहावे,
तीन पहर तीन घड़ी में, नीलो धुँआ पीरी रज उड़ा के न आवे ।
तो काल भैरव की सेज पै पग धरै ।।

इस मन्त्र का अनुष्ठान 41 दिन का है, इस मन्त्र की 1 माला नित्य प्रतिदिन जपना चाहिए। जप एकांत में करें, माँ काली की प्रतिमा या चित्र के सामने, धरती पर गाय के गोबर से चौका लगाकर उस पर सिंदूर का गोल बिन्दू लगाएं। उस स्थान में शराब, नौ लौंग, बकरी की कलेजी, मुर्गी का अंडा, फल-फूल और मिठाई रखें। सामने रखकर उसकी पूजा करें। जपांत में शराब, मांस से दशांश हवन गुरु आज्ञानुसार करे। दीवार पर एक त्रिशूल की आकृति सिन्दूर से बनायें, उपरोक्त सामग्री त्रिशूल के नीचे तो माँ काली साधक को प्रत्यक्ष दर्शन देकर कृतार्थ करती है। 

काली माँ महाकाली भद्रकाली मंत्र 

भद्रकाली मां कालिका का ही एक स्वरूप है। भद्रकाली के अनेको मंत्र है जिसे भक्त जन सिद्ध करते है, उन्ही में से एक मंत्र आपको दिया है।

ॐ सिंहादुत्थाय कोपाद धधड़धड़धडा धावमाना
भवानी शत्रुणां शस्त्र पाते ततङ्तङ्-तड़ा त्रोटयन्ती,
शिरांसि तेषाँ रक्तं पिबन्ती घुघुद-युद-धुटा घोटयन्ती
पिशाचान् तृत्तास्तृप्ता हसन्ती खखल-खल खला,
शाम्भवी वः पुनातु उग्र-चण्डा प्रचण्डा च चण्डोग्रा
चण्ड-नायका चण्डा चण्डवती चैव चण्ड - रुपाति- चण्डिका.


इस मन्त्र का जप श्मशान या एकांत स्थान में रात्रि 12 बजे के बाद 41 दिन में सवा लाख जपे धूप-दीप नैवेद्य, मांस, मदिरा, बलि आदि का प्रबंध करके जप करें। जप के समय साधक अपनी रक्षा हेतु "रक्षा मंत्र" से घेरा बनाकर ही जप करें, जप का दशांश हवन, तर्पण, करें तो भद्र काली की साधक पर पूर्ण रूप से कृपा होती है। इस मंत्र का जप गुरु के निर्देशानुसार ही करें। 

गुप्त जानकारी के लिए हमरा telegram join करे

इस तरह माँ काली का सुरक्षा घेरा मंत्र को श्रधा पुरवक जाप करके सिद्ध कर सकते है। जिससे आपकी सुरक्षा कलि कृपा से होती रहेगी।    


इसे भी पढे:

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ