दुर्गा सप्तशती के अचूक मंत्र: जब भी संसार में दुख बढ़ते हैं और पाप में भी बढ़ोतरी होती है, तब देवताओं का कोई अवतार इस संसार में जन्म लेता है और दुनिया को इस से मुक्ति दिलाता है।
मां दुर्गा की आराधना करने और उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए नवरात्रि में महाशक्तिशाली काव्य दुर्गा सप्तशती मंत्र संपूर्ण पाठ करना सर्वोत्तम माना गया है।
घण्टास्वनेन न: पाहि चापज्यानि:स्वनेन च।।
स्वर्गापर्वदे देवि नारायणि नमोस्तु ते।।
सम्मोहितं देवि समस्तमेतत् त्वं वै प्रसन्ना भुवि मुक्तिहेतु:।।
मम सिद्धिमसिद्धिं वा स्वप्ने सर्वं प्रदर्शय।।
तामम्बिकामखिलदेवमहर्षिपूज्यां भकत्या नता: स्म विदधातु शुभानि सा न:।।
सा चण्डिकाखिलजगत्परिपालनाय नाशाय चाशुभभयस्य मतिं करोतु।।
त्वामाश्रितानां न विपन्नराणां त्वामाश्रिता ह्याश्रयतां प्रयान्ति।।
एवमेव त्वया कार्यमस्मद्वैरिविनासनम्।।
प्रसीद विश्वेश्वरी पाहि विश्वं त्वमीश्वरी देवि चराचरस्य।।
दुर्गा शक्ति की उत्पत्ति तथा उनके चरित्रों का वर्णन करने वाले इस महाकाव्य को दुर्गा सप्तशती पाठ के नाम से जाना जाता है, जिसमें बहुत ही सरल तरीके से यह बताया गया है कि कैसे मां दुर्गा ने जन्म लेकर पापियों का नाश किया।
इस दुर्गा सप्तशती के सिद्ध चमत्कारी मंत्र तथा देवी चरित्र का संपूर्ण वर्णन किया गया है, ऐसा माना जाता है कि यदि नवरात्र में दुर्गा सप्तशती का नियमित पाठ विधि विधान से किया जाए तो माता बहुत प्रसन्न होती है।
दुर्गा सप्तशती के सिद्ध चमत्कारी मंत्र | Durga Saptashati Mantra
दुर्गा सप्तशती पाठ के चमत्कार तंत्र शाखा के अनुसार दुर्गा सप्तशती के सिद्ध चमत्कारी मंत्र जाप विधि विधान के अनुसार करे तो साधक के दुःख और परेशानी निकल जाते है। इसमे अलग समस्या के अलग मंत्र है, यदि आप मंत्र के उच्चारण को ठीक नहीं कर सकते तो किसी ब्राह्मण से करवा लें, अन्यथा बुरे परिणाम हो सकते हैं।
दुर्गा के सिद्ध चमत्कारी मंत्र
नियम सुबह जल्दी उठकर साफ वस्त्र पहनकर सबसे पहले माता दुर्गा की पूजा करें। इसके बाद अकेले में कुशा (एक प्रकार की घास) के आसन पर बैठकर लाल चंदन के मोतियों की माला से इन मंत्रों का जाप करें। इन मंत्रों की प्रतिदिन 5 माला जाप करने से मन को शांति और खुशी मिलती है। यदि जप का समय, स्थान, मुद्रा और माला समान हो तो इन मंत्रों को शीघ्र सिद्ध किया जा सकता है।
1. सुंदर पत्नी के लिए मंत्र
पत्नीं मनोरमां देहि मनोवृत्तानुसारिणीम्। तारिणीं दुर्गसंसारसागरस्य कुलोद्भवाम।।
2. गरीबी मिटाने के लिए
दुर्गे स्मृता हरसि भीतिमशेषजन्तो: स्वस्थै: स्मृता मतिमतीव शुभां ददासि।
दारिद्रयदु:खभयहारिणि का त्वदन्या सर्वोपकारकरणाय सदार्द्रचित्ता।।
3. रक्षा के लिए
शूलेन पाहि नो देवि पाहि खड्गेन चाम्बिके।घण्टास्वनेन न: पाहि चापज्यानि:स्वनेन च।।
4. स्वर्ग और मुक्ति के लिए
सर्वस्य बुद्धिरूपेण जनस्य हदि संस्थिते।स्वर्गापर्वदे देवि नारायणि नमोस्तु ते।।
5. मोक्ष प्राप्ति के लिए
त्वं वैष्णवी शक्तिरनन्तवीर्या विश्वस्य बीजं परमासि माया।सम्मोहितं देवि समस्तमेतत् त्वं वै प्रसन्ना भुवि मुक्तिहेतु:।।
6. सपने में सिद्धि-असिद्धि जानने का मंत्र
दुर्गे देवि नमस्तुभ्यं सर्वकामार्थसाधिके।मम सिद्धिमसिद्धिं वा स्वप्ने सर्वं प्रदर्शय।।
7. सभी के कल्याण के लिए मंत्र
देव्या यया ततमिदं जगदात्मशक्त्या निश्शेषदेवगणशक्तिसमूहमूत्र्या।तामम्बिकामखिलदेवमहर्षिपूज्यां भकत्या नता: स्म विदधातु शुभानि सा न:।।
8. भय नाश के लिए
यस्या: प्रभावमतुलं भगवाननन्तो ब्रह्मा हरश्च न हि वक्तुमलं बलं च।सा चण्डिकाखिलजगत्परिपालनाय नाशाय चाशुभभयस्य मतिं करोतु।।
9. रोग नाश के लिए
रोगानशेषानपहंसि तुष्टा रुष्टा तु कामान् सकलानभीष्टान् ।त्वामाश्रितानां न विपन्नराणां त्वामाश्रिता ह्याश्रयतां प्रयान्ति।।
10. बाधा शांति के लिए
सर्वाबाधाप्रशमनं त्रैलोक्यस्याखिलेश्वरि।एवमेव त्वया कार्यमस्मद्वैरिविनासनम्।।
11. विपत्ति नाश के लिए मंत्रवशीकरण मंत्र प्रयोग दुर्गा सप्तशती
देवि प्रपन्नार्तिहरे प्रसीद प्रसीद मातर्जगतोखिलस्य।प्रसीद विश्वेश्वरी पाहि विश्वं त्वमीश्वरी देवि चराचरस्य।।
सम्मोहन मंत्र दुर्गा सप्तशती
इस मंत्र का आपको रोज 108 बार 40 दिन तक जाप करना है। इस तरह यह मंत्र सिद्ध हो जाएगा और आपका कार्य करने लगेगा। मंत्र सिद्धि के बाद जिस किसी को आपको समोहित फिर आकर्षित करना है तो इस मन्त्र का 11 बार उस व्यक्ति का ध्यान करके मन ही मन जाप करना है।
मंत्र: ॐ ज्ञानीनामपी चेतांसी, देवी भगवती ह्री सा बलादाकृष्य मोहाय, महामाया प्रयच्छति।।
वशीकरण मंत्र प्रयोग दुर्गा सप्तशती
अगर आपको प्रबल वशीकरण करना चाहते है तो भी आप ऊपर दिए मंत्र का उपयोग कर सकते है।
आपको वशीकरण करने के लिए उपर दिए मंत्र का संकल्प ले कर 1100 बार जाप करना है, फिर इसका 1100 बार काले तिल, इलायची, बेल पत्र और देसी घी से हवन करना होगा। तथा व्यक्ति का चित्र भी लाए और उसके सामने हवन करे।
दुर्गा सप्तशती पाठ के चमत्कार
दुर्गा सप्तशती पाठ से व्यक्ति की हर मनोकामना पूर्ण की जा सकती है। यह अत्यंत पाठ चमत्कारी तथा लाभकारी माना जाता है, इसके पाठ से समस्त सिद्धिया व्यक्ति को प्राप्त होती है। बस इसका सही से सात्विक मान से पाठ किया जाए तो यह हमें अच्छे परिणाम देता है। इसका अगर गलत भावना से पाठ किया जाए तो यह तत्काल अपना बुरा प्रभाव दिखता है।
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