कलयुग में गुरु कैसे बनाएं और जाने गुरु मंत्र कितने प्रकार के होते हैं


बिना गुरु के आप स्वर्ग में नहीं जाते, बिना गुरु के आपको मुक्ति नहीं मिलती ऐसा आपने सुना है। बिना गुरु के पूजा नहीं कर सकते साधना नहीं कर सकते, शक्ति आपके पास नहीं आएगी, किसी देवता की सवारी नहीं आएगी, यह भी आपने सुना है। जीवन काल में गुरु का अन्यन साधारण महत्व है। 

गुरु बिना जीवन व्यर्थ है, ये हम सब जानते है। इस लिए हमें जीवन में गुरु बनाना पड़ता है। गुरु के कई अंग है जैसे माता पिता ,प्रशाला की शिक्षिका। पाहिले गुरु कुल हुआ करते थे ,वहा पर बच्चो को शास्त्र का ज्ञान दिया जाता था। 

तो जो लोग गुरु मंत्र क्या है इस प्रकार से सोचते हैं और कलयुग में गुरु कैसे बनाएं जिनके मन में इस प्रकार के प्रश्नों के लिए मैं बता दूं कि, एक बहुत बड़ी खुशखबरी उन लोगों के लिए है कि गुरु को किस प्रकार से आप प्राप्त कर सकते हो? आपको हम एक गुप्त गुरु मंत्र बताने जा रहे है, जिससे आपको गुरु की प्राप्ति होगी। तो आपको इस पोस्ट में बताते है गुरु प्राप्ति कैसे करे। 

गुप्त गुरु मंत्र जाप विधि साधना | Guru Mantra in Hindi

तंत्र शास्त्र में गुरु का होना बहुत ही जरुरी है। क्योकि तंत्र शास्त्र में कई ऐसी साधना है जो गुरु बिना हम नहीं कर सकते वहा हमें गुरु की अत्यंत जरुरत होती है। गुरु साधना करनेसे गुरु की प्राप्ति अध्यात्मिक प्रगति होती है। भगवान शिव कृपा करके गुरु भेजते है।

गुरु मंत्र लिखा हुआ: ॐ गुरु देवाय विद्महे यज्ञपुरुषाय धीमहि तन्नो गुरु: प्रचोदयात।

विधि:  साधना गुरुपौर्णिमा अथवा कोई कौनसे भी पोर्णिमा से शुरू कर सकते है। साधना वक़्त मै नहाते वक़्त पानी मै हलदी डालके नहाए। ब्रम्ह मुहूर्त में शिवलिंग के पास बैठकर पूजा करे और मन्त्र का ११ बार जप करे ४१ दिनों तक कौनसिभी मालाका उपयोग कर सकते है।

गुरु जाप के नियम 

  • गुरु के प्रति समर्पित और निष्ठावान रहें। गुरु की शिक्षाओं का पालन करें और उनके मार्गदर्शन का पालन करें। 
  • गुरु से नियमित रूप से मिलें और बात करें। इससे आप उनके साथ एक मजबूत संबंध विकसित कर सकते हैं और उनके ज्ञान और अनुभव का लाभ उठा सकते हैं। 
  • गुरु की आज्ञा का पालन करें। गुरु आपकी भलाई के लिए जो भी सलाह देते हैं, उसका पालन करें। 
  • गुरु एक व्यक्तिगत संबंध है। सही गुरु को खोजने में समय और प्रयास लगता है, लेकिन यह एक ऐसी यात्रा है जो आपके जीवन को हमेशा के लिए बदल सकती है।

इस कलयुग में गुरु कैसे बनाएं    

कलयुग में गुरु बनाना एक चुनौतीपूर्ण काम है। इस युग में, भ्रम और छल बहुतायत में है। इसलिए, यह महत्वपूर्ण है कि आप एक ऐसे गुरु को चुनें जो वास्तव में सच्चे और योग्य हों।  
 
  1. अपने आध्यात्मिक लक्ष्यों को समझें। आप गुरु की तलाश क्यों कर रहे हैं? क्या आप आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त करना चाहते हैं, अपने जीवन को बेहतर बनाना चाहते हैं, या कुछ और? अपने लक्ष्यों को समझने से आपको सही गुरु को खोजने में मदद मिलेगी। 
  2. गुरु के बारे में शोध करें। गुरु के बारे में जितना हो सके उतना जानें। उनके बारे में ऑनलाइन पढ़ें, उनके प्रवचन सुनें, और उनके शिष्यों से बात करें। इससे आपको यह पता लगाने में मदद मिलेगी कि क्या वे आपके लिए सही गुरु हैं। 
  3. गुरु से मिलें और बात करें। किसी गुरु को अपना गुरु बनाने से पहले, उनसे मिलें और बात करें। यह आपको व्यक्तिगत रूप से उन्हें जानने और यह देखने का मौका देगा कि वे आपके लिए सही हैं या नहीं। 
  4. गुरु की परीक्षा लें। गुरु की परीक्षा लेने से आपको यह सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी कि वे वास्तव में सच्चे और योग्य हैं। आप उनके ज्ञान, समझ, और आध्यात्मिकता की परीक्षा ले सकते हैं। 

कलयुग में गुरु बनने के लिए कुछ गुण आवश्यक हैं 

  • आध्यात्मिक ज्ञान और अनुभव: गुरु को आध्यात्मिक ज्ञान और अनुभव होना चाहिए। वे शिष्य को सही मार्ग पर चलने में मदद करने में सक्षम होने चाहिए। 
  • सदाचार और आचरण: गुरु का सदाचार और आचरण उत्कृष्ट होना चाहिए। वे शिष्य को एक सही जीवन जीने के लिए प्रेरित करने में सक्षम होने चाहिए। 
  • दया और करुणा: गुरु में दया और करुणा होनी चाहिए। वे शिष्य की मदद करने और उन्हें सफल होने में मदद करने के लिए तैयार होने चाहिए। 
यदि आप इन चरणों का पालन करते हैं, तो आप एक ऐसे गुरु को खोजने में सक्षम होंगे जो वास्तव में आपके लिए सही है। एक सच्चे गुरु आपके जीवन में एक बड़ा परिवर्तन ला सकता है और आपको आध्यात्मिक रूप से विकसित होने में मदद कर सकता है।  

गुरु मंत्र कितने प्रकार के होते हैं

दो प्रकार के गुरु मंत्र होते है। पहिले गुरु वह है जो मंत्रो की सिद्दी हासिल करते रहते है और साधक उनके मंत्र से शक्तियां अर्जित कर सकता है, देवताओं को अर्जित कर सकते हैं और साथ-साथ में जिस प्रकार से वह लोगों का संकट काटते हैं। आप भी काट सकते हैं, इस प्रकार से बहुत सारे मंत्र वह आपको सिखाएंगे। दूसरे गुरु पूजा पाठ, भगवान का नित्य ध्यान करते रहते है। इनसे आप गुरु दीक्षा में गुरु मंत्र प्राप्त कर सकते है।

बिना गुरु के मंत्र कैसे सिद्ध करें
बिना गुरु के मंत्र सिद्ध करना एक जोखिम भरा काम है। मंत्र सिद्धि के लिए गुरु का मार्गदर्शन और आशीर्वाद बहुत जरूरी होता है। गुरु ही शिष्य को मंत्र की शक्ति और उसके प्रभाव के बारे में सही जानकारी दे सकता है। बिना गुरु के मंत्र सिद्ध करने से कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं, जिनमें शामिल हैं:  
  • मंत्र सिद्ध नहीं हो पाना। 
  • मंत्र के दुष्प्रभाव। 
  • असाध्य रोगों का होना। 
  • आर्थिक हानि। 
  • जीवन में कष्टों का आना। 
हालांकि, अगर आप बिना गुरु के मंत्र सिद्ध करना चाहते हैं, तो कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है:  

  • मंत्र का सही उच्चारण करें। 
  • मंत्र का सही उच्चारण ही मंत्र सिद्धि के लिए आवश्यक है। 
  • मंत्र का जाप नियमित रूप से करें। मंत्र सिद्धि के लिए मंत्र का जाप नियमित रूप से करना आवश्यक है। 
  • मंत्र के नियमों का पालन करें। प्रत्येक मंत्र के अपने नियम होते हैं। इन नियमों का पालन करना भी मंत्र सिद्धि के लिए आवश्यक है। 

बिना गुरु के मंत्र सिद्ध करने के कुछ तरीके   

  1. स्व-साधना के माध्यम से मंत्र सिद्ध करना। इस विधि में साधक स्वयं ही मंत्र सिद्धि के लिए साधना करता है। 
  2. गुरु मंत्र के माध्यम से मंत्र सिद्ध करना। इस विधि में साधक किसी ऐसे व्यक्ति से गुरु मंत्र प्राप्त करता है जो मंत्र सिद्धि में पारंगत हो। 
  3. मंत्र जाप के माध्यम से मंत्र सिद्ध करना। इस विधि में साधक एक निश्चित संख्या में मंत्र जाप करके मंत्र सिद्धि प्राप्त करता है। 
  4. स्व-साधना के माध्यम से मंत्र सिद्ध करना सबसे कठिन तरीका है। इस विधि में साधक को मंत्र की शक्ति और उसके प्रभाव के बारे में सही जानकारी होनी चाहिए। 
  5. गुरु मंत्र के माध्यम से मंत्र सिद्ध करना सबसे सुरक्षित तरीका है। इस विधि में साधक को गुरु के आशीर्वाद और मार्गदर्शन मिलता है। मंत्र जाप के माध्यम से मंत्र सिद्ध करना सबसे आसान तरीका है। इस विधि में साधक को केवल नियमित रूप से मंत्र जाप करना होता है। 

निष्कर्ष 

तंत्र शास्त्र में गुरु का होना बहुत ही आवश्यक है। गुरु के बिना तंत्र साधना करना संभव नहीं है। गुरु के मार्गदर्शन और आशीर्वाद से ही साधक को तंत्र की शक्ति प्राप्त होती है। गुरु मंत्र एक शक्तिशाली मंत्र है जो साधक को गुरु की कृपा प्राप्त करने में मदद करता है। 

गुरु मंत्र का जाप करने से साधक को गुरु की प्राप्ति होती है और वह तंत्र साधना में सफलता प्राप्त कर सकता है।  कलयुग में गुरु बनाना एक चुनौतीपूर्ण काम है। इस युग में, भ्रम और छल बहुतायत में है। इसलिए, यह महत्वपूर्ण है कि आप एक ऐसे गुरु को चुनें जो वास्तव में सच्चे और योग्य हों। 

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