गुप्त हनुमान मंत्र: दिव्य दृष्टि प्राप्त करने का गुप्त हनुमान शाबर मंत्र

 
कलयुग में हनुमान जी अष्ट चिरंजीवी में प्रत्यक्ष स्वरुप देवता से एक है। आज भी इनको देखने के भारत में कई दावे की जाते है। लगभग हर गांव में हनुमानजी के मदिर पाए जाते है। वैसे तो हनुमान जी की चालीसा उनके हर भक्त को मुखपाठ रहती है, उनके पास कई मंत्र और कवच भी होते हैं। 

परंतु आज हम एक अत्यंत शक्तिशाली और रहस्यमयी मंत्र के बारेमे जानेगे, जिसका उपयोग दिव्य दृष्टि प्राप्त करने के लिए किया जाता है। 

यह गुप्त हनुमान मंत्र भक्तों को दिव्य शक्तियों के साथ जुड़ने का माध्यम प्रदान करता है और उन्हें आगे के साधना में सफलता प्राप्त करने में मदद करता है। यह मंत्र हनुमान दिव्य दृष्टि प्राप्ति मंत्र हैं जो सिद्ध होता है। जो साधक इसका सात्विक भाव से साधना करता है यह मंत्र सिद्ध हो जाता है। 

इससे आपको ज्ञान का प्रकाश मिलेगा और आपकी दिव्य दृष्टि बढ़ेगी। आपको यक्ष, गंधर्व, यक्षिणी आदि का दर्शन हो सकता है, ऐसा सिद्ध गुरु मानते हैं।

दिव्य दृष्टि प्राप्त करने का गुप्त हनुमान शाबर मंत्र   

आपको हम एक ऐसा गुप्त हनुमान शाबर मंत्र देने जा रहे हैं, जिससे आपमें एक अलौकिक शक्ति आएगी। वैसे तो कई हनुमान मंत्र हैं, परंतु यह एक लुप्त मंत्र है और गुप्त भी। कुछ सिद्ध गुरु वो का मानना है कि जब यह मंत्र सिद्ध हो जाता है, तब साधक में एक दिव्य दृष्टि का संचार होता है, जिससे साधक जमीन के नीचे यक्ष, गन्धर्व, यक्षिणी, योगिनी इत्यादि गुप्त शक्तियों को देख सकता है। 

हनुमान दिव्य दृष्टि शाबर मंत्र

जय गौ माता की, जय श्री राम।
ॐ तुलसी दास सदा हरी चेरा,
कीजै नाथ हृदय महँ डेरा।
पवनसुत संकट हरण मंगल मूर्ति रूप तेरा, 
काटो हे हनुमान चौरासी का फेरा।
विनती कर दास यो तेरा, 
गुरु को कोटि कोटि प्रणाम।
जय श्री राम 

हनुमान दिव्य दृष्टि मंत्र साधना

  • एक पिली मिटटी, गाय का गोबर, गेहूं का बुरादा होना चाहिए। 
  • इन्हें तीन दिनों तक भिगोकर एक दीपक तैयार करना होगा, जिसमे सवासो ग्राम घी आजाये। 
  • जहां साधना के लिए बैठेंगे, वहां पूरी भूमि को गाय के गोबर से लेपित कर लेना है। 
  • आप वहां बैठकर दीपक जलाएं। ध्यान रखें कि आपका मुख पश्चिम दिशा की ओर रहना चाहिए और दीपक पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए। 
  • साधना के लिए आपको कुछ सामग्री की आवश्यकता होगी जैसे धूप, दीपक, पुष्प आदि। 
  • धूप और दीपक जलाने के बाद, रात १० बजे से लेकर रात १२ बजे के बीच में निम्न गुप्त हनुमान शाबर मंत्र का जप करना होगा। 
  • आपको हर शनिवार ऐसा करना चाहिए, जब तक आपको मंत्र का अनुग्रह नहीं मिलता। अनुग्रह होने के बाद आपको मंत्र का प्रयोग करने का ज्ञान आपमें अपने-आप हि आजायेगा। 

साधना में सावधानियां

इस प्रयोग से आपको कुछ कठिनाइयाँ आसकती है, इस लिए इसका प्रयोग केवल वही साधक करे जो गुरु के छत्र छाया में है, अन्यथा आपको हानि भी हो सकती है ये याद रखे।

अंतिम शब्द

गुप्त हनुमान मंत्र एक शक्तिशाली शाबर मंत्र है जो दिव्य दृष्टि प्राप्त करने के लिए साधना शेत्र काफी असरदार मंत्र है। इसका साधना नियम से जाप करके व्यक्ति अपने जीवन में उन गुप्त शक्तियोका दर्शन प्राप्त कर सकता  यह इसका विधान है। 
 

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