वर्तमान में, संत अच्युतानंदास महाराज द्वारा पुरानी उड़िया भाषा में रचित ग्रंथ भविष्य मालिका की कुछ भविष्यवाणियां सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं।
यह ग्रंथ ओडिशा के महान संत अच्युतानंदास और पंचसखा द्वारा लिखा गया है।
ध्यान दें कि दुनिया में भविष्यवाणी करने वाले कई ग्रंथ और पुस्तकें मौजूद हैं, लेकिन इनकी तुलना में भविष्य मालिका को सबसे सटीक माना जाता है। इसका कारण यह है कि इसके सच होने का प्रमाण हमें लगातार दुनिया भर में घट रही घटनाओं से मिल रहा है। संत अच्युतानंदास ने इन भविष्यवाणियों को ताड़ के पत्तों पर लिखा था।
इस समय, उनकी लिखी गई भविष्यवाणियां सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई हैं।
इस ग्रंथ में प्राकृतिक आपदाओं, तीसरे विश्व युद्ध, कलयुग के अंत और नए युग की शुरुआत की भविष्यवाणी की गई है। भविष्य मालिका के अनुसार, सभी प्रमुख धर्म और विश्वास वर्ष 2032 तक एक सत्य सनातन धर्म में परिवर्तित हो जाएंगे, जो मानवता के लिए एक परिवर्तनकारी बदलाव का प्रतीक होगा।
भविष्य मलिका क्या है ?
आज से लगभग 600 वर्ष पूर्व, अर्थात् सोलहवीं शताब्दी में उड़ीसा में पांच महान संत हुए थे, जिनके नाम हैं संत अच्युतानंद दास, संत अनंत दास, संत जसोबंता दास, संत जगन्नाथ दास और संत बलराम दास।
इन समकालीन संतों को पंचसखा नाम से जाना जाता है। इन पांचों संतों ने उड़ीसा की वैष्णव परंपरा में आध्यात्मिक साहित्य और दर्शन शास्त्र को नवीन रूप प्रदान किया। इन संतों में से एक संत अच्युतानंद के पास भूत, वर्तमान और भविष्य तीनों काल का ज्ञान था।
इन्होंने ही भविष्य मालिका की रचना ताड़ के पत्तों पर की थी। भविष्य मालिका ग्रंथ में अनेक महत्वपूर्ण भविष्यवाणियां हैं, जिनमें से भविष्य विषय पर 318 पुस्तकें संत अच्युतानंद दास ने स्वयं लिखी थीं।
भविष्य मालिका में क्या लिखा है?
भविष्य मालिका में कलयुग के अंतिम कालखंड और युग बदलने को लेकर अनेक सटीक भविष्यवाणियां की गई हैं, जो आज के समय से संबंधित हैं। सबसे पहले होगा कलयुग का अंत, महाविनाश, तीसरा विश्व युद्ध और कल्कि अवतार। भविष्य मालिका में कलयुग का अंत, महाविनाश, प्राकृतिक आपदा और विश्व युद्ध को लेकर कुछ लक्षण दिए है जिससे हमें मालिका के भविष्यवनियो का सत्यता और सटीकता का अंदाजा आजायेगा।
1. कलयुग के अंत के लक्षण
संत अच्युतानंद दास ने कलयुग के अंत के लक्षणों को भविष्य मलिका के भविष्यवाणियों में काफी विस्तार से लिखा है जैसे सामजिक अस्तिरता, धर्म का नाश, अधर्म का स्वीकार और भ्रष्टाचार.
सामजिक अस्तिरता: समाज में बड़ो और अध्यापकों का सम्मान खत्म हो जाएगा धर्मगुरु और बाबा लोक लोगों को बेवकूफ बनाने का काम करेंगे फर्जी बाबाओं के हाथों लोगों को ठगे जाने की घटनाएं भी आम होती जायेंगी।
धर्म का नाश और अधर्म का स्वीकार: लोग ईश्वर को भूल जाएंगे और उनके खिलाफ बोलना शुरू कर देंगे संसार में धर्म को मानने वाले लोग बहुत कम रह जाएंगे। लोग अपनी संस्कृति और सभ्यता को भूल जाएंगे पुराने ज्ञान को महत्व नहीं देंगे।
भ्रष्टाचार: लोग भ्रष्टाचार और अपराध के रास्ते धन कमाएंगे भ्रष्टाचार के मामले सामने आएंगे। अपराधी खुलेआम खतरनाक हथियार लेकर घूमेंगे और इसका इस्तेमाल भी करेंगे। स्त्री और पुरुष दोनों अनैतिक संबंध और व्यभिचार को अपनाने लगेंगे।
लोगों में असंतोष फैलेगा: कलयुग के अंत से थोड़ा पहले खाने के सामान की कमी, बीमारियां, दुर्घटनाएं बढ़ जाएगी, जिसकी वजह से लोगों में असंतोष फैलेगा और कुछ जगह लोग सरकार के खिलाफ बगावत कर देंगे।
2. महाविनाश के लक्षण
भविष्य मलिका के मुताबिक, जब किसान खेती के काम में रुचि लेना बंद कर देंगे और जंगली जानवर गांव और शहरों पर हमला शुरू कर देंगे, तब समझ लेना चाहिए कि वहां महाविनाश निकट है। ऐसे बहुत से लोग जानते होंगे कि जब भूकंप या कोई और बड़ी प्राकृतिक आपदा आने वाली होती है, तो उसका सबसे पहले जानवरों को आभास हो जाता है।
- किसान बारिश से निराश हो जाएंगे और खेती का काम करना छोडने लगेंगे।
- सूरज अपनी परोपकार का छोड़ देगा और दुनिया भर में गर्मी बढ़ जाएगी।
- साइक्लोन की हवाएं बर्बादी फैलायगी और लोग तेज हवाओं की आवाज से ही डर जाएंगे।
- जंगली जानवर और सांप जंगल छोड़कर गांवों और शहरों में घरों पर हमला करेंगे।
- भगवान जगन्नाथ का अपमान होगा तथा मदिर का झंडा कई बार गिरेगा।
- जगन्नाथ पुरी मंदिर का बड़ा पत्थर गिरेगा मंदिर का झंडा भी कई बार गिरेगा त्रिदेव के ऊपर जो कपड़ा है उसमें आग लग जाएगी मंदिर की परंपराओं में अव्यवस्था होगी।
- उड़ीसा में पुरी के आखिरी राजा का नाम गजपति महाराज होंगे।
- उड़ीसा में तूफान आएगा पुरी के भगवान जगन्नाथ मंदिर कल्पवृक्ष यानी पवित्र बरगद का पेड़ टूट जाएगा इसके बाद दुनिया में लोगों के मरने का सिलसिला शुरू हो जाएगा।
- भारत का आखिरी राजा यानि पंतप्रधान एक शक्तिशाली हिंदू शासक होगा।
नई नई बीमारियां फैलेगी और उनका डॉक्टर के पास भी कोई इलाज नहीं होगा महामारियो की वजह से लाखों की तादाद में लोग अपनी जान से हाथ धो बैठेंगे, लोग अंतिम संस्कार करते करते थक जाएंगे और कई शव तो घर में ही पड़े रह जाएंगे दुनिया भर के लोगों का दिमाग अशांत रहेगा दवाइयों से महामारी रोकने की बजाय और बढ़ जाएंगी।
3. प्राकृतिक आपदा मचायेंगी तबाही
धरती का तापमान बढ़ जाएगा और गर्मी इतनी पड़ेगी कि कई लोगों की जान चली जाएगी 2024 दुनिया में आज तक का सबसे गर्म साल होगा। कई देशो में बड़े बड़े भुकंप आएंगे तो कही जानलेवा बहाड़। कही बहुत ज्यादा बारिश होंगी तो कही भयंकर सुखा गिरेगा जिससे लोग पानि के लिए तरस जायेंगे। मोसम का चक्र पुरी तरह बदल जाएगा जिससे धरती पर बहुत ज्यादा गर्मी बड जाएगी। साल 2022 से 2027 तक प्राकृतिक आपदाएं भारत समेत दुनियाभर के लोग झेलेंगे वह अप्रत्याशित और खतरनाक होगा।
4. तीसरे विश्व युद्ध की शुरुवात
जब धीरे-धीरे कर दुनिया में प्राकृतिक आपदाएं बड जाएँगी, तो दूसरी ओर शनि के कुंभ राशि में प्रवेश करने पर हो जाएगी तीसरे विश्व युद्ध की शुरुवात। तीसरे विश्व युद्ध की नीव 2022 में ही रखी जाएगी और 2025 में भीषण युद्ध में तब्दील हो जाएगी। यह टकराव महाशक्तिशाली देशो के बिच होगा। यह विश्वयुद्ध 6 साल 6 महीने चलेगा। इससे दुनिया दो भागो में बट जाएगी। तिसरा विश्वायुद्ध इतना भयंकर कर होगा कि लोग आत्महत्या करणे पर विवंश होजायंगे।5. आसमान में दिखेंगे दो सूरज
आसमान में दो सूरज जैसा आभास होगा। एक तो सूरज होगा और दूसरा कोई और आसमानी चमकती वस्तु होगी। यह चमकती वस्तु कोई छोटा उल्कापिंड या फिर धूमकेतु हो सकती है। भविष्य मलिका के मुताबिक यह धूमकेतु तब गिरेगा जब भारत में युद्ध चल रहा होगा। धरती पर उल्कापिंड एक भयावह घटना होगी, जब यह उल्कापिंड दिन के समय में हिंद महासागर बंगाल की खाड़ी में गिरेगा। इससे एक बड़ी सुनामी आएगी और सुनामी में ओड़िसा के 6 जिले जलमग्न हो जाएंगे।6. भगवन जगन्नाथ जायँगे छतिया बाटा
सुनामी के कारण पुरी में भगवान जगन्नाथ मंदिर की बाविस्वी सीडी तक पानी आ जाएगा। इस पानी में समुद्री मछलियां भी होंगी और ये लहरें श्री मंदिर के नील चक्र के ऊपर से निकल जाएँगी। इसलिए उड़ीसा में भगवान जगन्नाथ को उनके भक्तजन पूरी से जाजपुर जिले में कटक से 30 किलोमीटर दूर छतिया बाटा ले जाएँगे।
7. चीन और 13 इस्लामिक देशो का भारत पर होंगा हमला
शनि 29 मार्च 2025 से 23 फरवरी 2028 तक कभी मार्गी और कभी वक्री होकर मीन राशि में रहेंगे, इसी समय में भारत विश्व युद्ध में शामिल हो जाएगा। जब भारत धार्मिक अतरिक समस्या से जुज रहा होगा तभी चीन और पाकिस्तान भारत पर हमले की योजना बनायेंगे। चीन हमेशा की तरह खतरनाक साजिश रचेगा और पाकिस्तान सहित अन्य 12 इस्लामिक देश को धार्मिक आधारपर भारत के विरोध में लाने में सफल हो जाएगा। भारत कुल 13 महीने महायुद्ध लड़ेगा, जब पाकिस्तान समेत 13 इस्लामिक देश और चीन भारत पर हमला करेंगे।8. भगवान कल्कि अवतार
चीनी सैनिक उत्तर पूर्व से और उसके सहयोगी सैनिक केरल, बंगाल और ओडिसा से भारत मे घुसेंगे। इस युद्ध में भारी रक्तपात होगा और कई लोग मारे जायएंगे। भारत में चारो वोर केवल विनाश हि विनाश दिखाई देणे लगेगा।
इसलीए लोग भगवान से इस हमले से बचने की गुहार लगाएँगे। तब एक नया मोड़ आएगा और भगवान विष्णु के दसवें अवतार भगवान कल्कि सभी के सामने आएँगे। दुश्मनों पर कल्कि भगवान कहर बनकर टूट पडेगे इससे दुश्मनों में खलबली मच जाएगी वे एक दुसरे के भरोसे ही रह जाएंगे।
9. अखंड भारत और युग परिवर्तन
विश्व युद्ध के बाद सीमाए बदल जाने की वजह से दुनिया में कुल 111 देश ही होंगे और विश्व की आबादी केवल 60 (अनुमाणित आकडा) करोड़ रह जाएगी। बाकि बचे लोग सनातन धर्म का स्वीकार कर लेगे। भारत इन सभी देशों को नए युग में ले जाएगा और विश्व का नेतृत्व भी करेगा। अखंड भारत की शासन व्यवस्था अलग होगी और लोकतंत्र से भी उत्तम व्यवस्था कायम होगी और पुरे विश्व में केवल एक ही धर्म होंगा सनातन धर्म।10. भारत का आखिरी राजा एक हिंदू शासक होंगा
मालिका के मुताबिक ओडिशा में पूरी के आखरी राजा गजपति महाराज होंगे और वही समयकाल भारत के आखिरी राजा यानि प्रधानमंत्री का भी होगा। यानी भारत के आखिरी पीएम को भी इसी समय काल में होना है। भारत का आखरी राजा एक शक्तिशाली हिंदू शासक, योगी पुरूष होंगा और उसकी कोई संतान नहीं होगी।अंतिम शब्द
तो दोस्तों आपको क्या लगता है भविष्य मालिका की भविष्यवाणी कितनी सच साबित हो रही है और यह कितिनी सटीक है। बात की जाए इसकी भविष्यवाणी की सटीकता की, तो 600 साल पाहिले कोण बता सकता था पाकिस्तान नाम का भी कोई देश अस्तित्व में आयेगा और इतने सारे इस्लामिक देश होंगे। इसको मानना न मानना यह आपकि ग्रहणशक्ती पर निर्भर करता है।
डिस्क्लेमर: उपरोक्त जानकारी विभिन्न स्रोत पर आधारित है। इसकी सही होणे की आधिकारिक पुष्टि Mantradev 9 नहीं करता है।
Bhai isme se kya ak ak sabd sach hai
जवाब देंहटाएंयह भविष्यवानिया भविष्य मलिका की है हमारी नहीं। बात करे इसकी सच होने की तो जिस तरह दुनिया में घटनाए हो रही है इससे इसकी सच होने की संभवना बढती जा रही है।
हटाएंSach hogi dekhna ek din ho rahi hai धीरे-धीरे
हटाएं☑️lag raha hai
हटाएंHoyi h vahi jo Ram rachi rakha....
जवाब देंहटाएंऐसी कोई भविष्यवाणी नहीं है और न ही ये सा
जवाब देंहटाएंSach hone wala h sub kuch abhi b samj ja o manusy o nhi to sub ka sarvnash ho Jayega bachene ka koi awsar na ho ga .
जवाब देंहटाएंKalki ka janm ho chuka h toh 2033 tak toh samjh lo sab khtm
जवाब देंहटाएंjis tarah se aj kl sb ho raha h lagta to yahi h ki sab khatm hone wala h
जवाब देंहटाएंYe sach lgta hai jese jese duniya jis or ja rhi h usse to ye sahi hi hai
हटाएं500 saal pehle Pakistan kaha se aa gya?
जवाब देंहटाएंGranth likhne wale Swami ko sab pta tha moorkh
हटाएंइसके आगे की भी डाले भविष्यवानी की नई युग का राजा कौन hoga
हटाएंJai shree madhav 🙏
जवाब देंहटाएंGet Ready Sanatani Boys💪
जवाब देंहटाएंसंभवत ऐसा ही होगा
जवाब देंहटाएंHaa bhai correct
हटाएंReal h bhai mani ya na mano sab such hota ja rha h khud apne aas pas dekho or soch ke dekho aapko kya lagta h comment karna
जवाब देंहटाएंआजकल जो हो रही है पूरी दुनिया में मुझे तो इसमें पूरा विश्वास है बाकी जो होगा
जवाब देंहटाएंअच्छा के लिए होगा जय महाकाल