बुध ग्रह खराब होने के लक्षण और 7 उपाय लाल किताब

बुध ग्रह खराब होने के लक्षण: बुध ग्रह, सौर मंडल का छठा ग्रह है, और ज्योतिष में इसको मिथुन और कन्या राशि का स्वामी माना जाता है। 

यह ग्रह वाणी, बुद्धि, संवाद, वाणिज्यिक गतिविधियों, शिक्षा, यात्रा, और कला का प्रती निधित्व करता है। एक स्वस्थ और सकारात्मक बुध ग्रह की स्थिति व्यक्ति को बुद्धिमान, बोलचाल कुशल, आलोचनात्मक क्षमता और वाणी में मास्टर बनाती है।

बुध ग्रह खराब होने के लक्षण | Budh Grah Kharab Hone He Lakshan

बुध ग्रह के खराब होने के कुछ लक्षण हैं जिनसे आप उसे पहचान सकते हैं। यहां हम उन लक्षणों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे। जब बुध ग्रह खराब होता है, तो व्यक्ति को निम्नलिखित लक्षणों का सामना करना पड़ सकता है।

1. बुद्धि में कमजोरी

व्यक्ति में सोचने, समझने और योजना बनाने की क्षमता में कमजोरी हो सकती है। वे नए विचारों या कार्यों को समझने में परेशानी महसूस कर सकते हैं।

2. आंतरिक उथल-पुथल

खराब बुध ग्रह के समय, व्यक्ति अव्यवस्थित, अस्थिर और असंतुलित महसूस कर सकता है। उनका मानसिक स्थिति बेचैन और चिंतित हो सकती है।

3. भाषा कौशल में कमी

व्यक्ति अपने विचारों और अभिव्यक्ति को शब्दों में स्पष्ट करने में समस्या अनुभव कर सकता है। वे अपने विचारों को सही ढंग से व्यक्त करने में कठिनाई महसूस कर सकते हैं।

4. वाणीक्रिया में कमी

व्यक्ति के मुख से बोलने की क्षमता में कमी हो सकती है। वे बोलते समय तकरार, अस्पष्टता या व्यंग्य कर सकते हैं।

5. यात्रा और संचार में बाधाएं

जब बुध ग्रह खराब होता है, तो व्यक्ति की यात्रा और संचार के कार्य में बाधाएं हो सकती हैं। इंटरनेट, फ़ोन, इलेक्ट्रॉनिक यंत्रों और वाणिज्यिक संदेशों में तकनीकी समस्याएं हो सकती हैं।

6. अस्वस्थता

बुध ग्रह के खराब होने के समय, शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में कमी हो सकती है। व्यक्ति थकान, चिंता, नींद की समस्या, मस्तिष्किक दर्द और इंद्रियों में संक्रमण के लक्षण दिखा सकते हैं।

बुध ग्रह कैसे खराब होता है उसके कारण 

बुध ग्रह की खराब स्थिति कई कारणों से हो सकती है। इसके मुख्य कारणों में से कुछ हैं: बुध ग्रह कई कारणों से खराब हो सकता है। यहां कुछ प्रमुख कारण दिए गए हैं। 

ग्रहण

बुध ग्रह ग्रहण के समय खराब हो सकता है। ग्रहण के दौरान सौर मंडल में बुध को सामान्य रूप से शक्ति और प्रभाव कम होता है, जिससे यह अशुभ हो सकता है। 

अशुभ स्थान

यदि बुध ग्रह की नतीजता कुंडली में अशुभ स्थानों पर स्थित होती है, तो उसका प्रभाव नकारात्मक हो सकता है। इसका मतलब है कि अगर बुध नीचे, मृत्युभाजन, विपरीत, वक्री या अस्त ग्रहों के साथ संयुक्त होता है, तो उसका प्रभाव अशुभ हो सकता है। 

ग्रहों के संयोग

जब बुध ग्रह अनुकूल या प्रतिकूल ग्रहों के साथ संयुक्त होता है, तो यह अपने प्रभाव को प्रभावित कर सकता है। अगर यह संयोग अशुभ होता है, तो यह बुध के नकारात्मक प्रभाव को बढ़ा सकता है। 

दशा और ग्रहों का आपसी संयोग

जब किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में बुध ग्रह की दशा अपनी अशुभ स्थिति में होती है, और उस समय अन्य ग्रहों का भी नकारात्मक संयोग होता है, तो यह व्यक्ति को अशुभ प्रभाव महसूस हो सकता है। 

शनि दृष्टि

अगर शनि ग्रह बुध ग्रह को दृष्टि देता है, तो बुध का प्रभाव नकारात्मक हो सकता है। शनि दृष्टि बुध की शक्ति को कम करके उसके प्रभाव को बढ़ा सकती है। 

ये कुछ सामान्य कारण हैं जो बुध ग्रह के खराब होने का कारण बन सकते हैं। हालांकि, इसके अलावा भी अन्य ग्रहों के संयोग और व्यक्ति की निजी कुंडली के अनुसार अनेक कारण हो सकते हैं। 

बुध ग्रह को मजबूत करने के उपाय लाल किताब

बुध ग्रह के उपाय लाल किताबबुध ग्रह यदि प्रतिकूल या अनिष्ट फल प्रदर्शित कर रहा हो, तो इस अनिष्ट के निवारण के लिए अथवा बुध को अनुकूल करने के लिए लाल किताब उपाय का प्रयोग करना चाहिए।
उपाय 
  1. चाँदी के ताबीज में विधारा की जड़ रखकर हरे रंग वाले सूती धागे के द्वारा बुधवार को धारण करने से बुध ग्रह का कुप्रभाव दूर होता है।
  2. चाँदी या पीतल की अंगूठी घी, सफेद चंदन, शहद और गाय के दूध में डुबोकर कनिष्ठिका उंगली में बुधवार को प्रातःकाल पहननी चाहिए।
  3. बुध को खाली बर्तन (कोरा घड़ा) चलते पानी में बहाना लाभदायक होगा। लोहे का छल्ला पहनने से भी ग्रह का अनिष्ट प्रभाव दूर हो जाता है।
  4. बुध आदि ग्रह को कायम रखने के लिए अपनी थाली में से गाय, कुत्ते एवं कौए के लिए रोटी निकालकर बाद में आप खाएं ऐसा करने से स्त्री, पुत्र, धन की प्राप्ति होगी और सेहत भी अच्छी रहेगी।
  5. बुध नीच वाले व्यक्ति बुधवार के दिन साबुत मूंग की दाल न खाएं। हरे रंग के कपड़े न पहनें।
  6. अपने घर की छत पर चौड़े पत्तों वाले पौधे, चक्की का पुड तथा बांस न रखें। नाक छिदनाकर उसमें १०० दिन तक चांदी डालकर रखें।
  7. मंगलवार की रात को मूंग भिगोकर रखें और बुध की प्रातः वह जानवरों को खिला दें।


FAQ  

1. बुध ग्रह खराब होने के लक्षण क्या हो सकते हैं?

बुध ग्रह खराब होने के लक्षण में मन में अस्थिरता, विपरीत परिणामों की घटना, अचेतनता और गलत संवाद, ध्यान केंद्रित न कर पाना और वाणी में कमजोरी शामिल हो सकती है।
 

2. क्या बुध ग्रह के खराब होने का उपचार संभव है?

हां, बुध ग्रह के खराब होने का उपचार संभव है। आप मंत्र और जाप, ध्यान और योग, और रत्नों का धारण करके इसे ठीक कर सकते हैं। 

3. क्या बुध ग्रह की स्थिति के लिए ज्योतिषी की सलाह लेनी चाहिए?

हां, यदि आपको लगता है कि आपका बुध ग्रह खराब है, तो आप एक ज्योतिषी से सलाह ले सकते हैं। वे आपको उपयुक्त उपाय और उपचार सुझा सकते हैं जो आपके लिए सबसे अच्छे होंगे। 

4. बुध ग्रह के खराब होने का प्रभाव कैसे कम किया जा सकता है?

बुध ग्रह के खराब होने का प्रभाव कम करने के लिए, आप निम्नलिखित उपायों का पालन कर सकते हैं: बुध ग्रह के मंत्र और जाप करें। ध्यान और योग का अभ्यास करें। बुध ग्रह की शांति के लिए उपयुक्त रत्नों का धारण करें, जैसे हीरा या पन्ना।  



बुध ग्रह एक महत्वपूर्ण ग्रह है जो व्यक्ति की बुद्धि, वाणी और संवाद को प्रभावित करता है। जब यह ग्रह खराब होता है, तो व्यक्ति को विचारों में अस्थिरता, अचेतनता, विपरीत परिणामों की घटना और वाणी में कमजोरी का अनुभव हो सकता है। लेकिन, इसका उपचार संभव है। 

लाल किताब उपाय, मंत्र जाप, ध्यान योग, और रत्नों का धारण करके आप अपने बुध ग्रह को ठीक कर सकते हैं। यदि आपको लगता है कि आपका बुध ग्रह खराब है, तो आप ज्योतिषी की सलाह ले सकते हैं और उनके द्वारा सुझाए गए उपायों का पालन कर सकते हैं। 

बुध ग्रह के खराब होने के लक्षणों को नजर अंदाज नहीं किया जा सकता है, और इसे सुधारने के उपायों का पालन करना महत्वपूर्ण है। अपने जीवन को संतुलित और समृद्ध बनाने के लिए आपको अपने बुध ग्रह की चिंता करनी चाहिए और उपायों का पालन करना चाहिए।



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